Governing Body
न्याय शक्ति संस्था के अवैतनिक संस्थापक अघ्यक्ष श्री आर.एस.शर्मा जी एक वरिष्ठ नागरिक एवं एक राष्ट्रीयकृत बैंक के सेवानिवृत अघिकारी होने के साथ-साथ एक स्वंतत्र पत्रकार भी हैं। कलम के घनी शर्मा जी वर्तमान में दिल्ली से प्रकाशित होने वाले एक हिंदी/अंग्रेजी भाषा के साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रधान सपांदक भी हैं। आल इंडिया एसोसियेशन आफ जनलिस्ट पं. के दिल्ली राज्य के अध्यक्ष भी हैं। जन सेवा-मानव सेवा इनका लक्ष्य बन चुका है। कई घार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओ के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। कुशल पत्रकार,व्यग्ंयकार,कवि वं लौह लेखनी के स्वामी होने के कारण इन्हे अनेक संस्थाओं द्वारा प्रशस्ति पत्रो से द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अंग्रेज़ी भाषा का ज्ञान होते हुए भी हिन्दी भाषा के प्रेमी है। बैंक की नौकरी के दौरान इनके हिंदी प्रेम और हिन्दी मे कार्य करने के लिए बैंक के आडिट विभाग मे हुए एक समारोह मे मुख्य अतिथि श्री सर्वेश्वर झा निदेशक ,गृह मंत्रालय द्वारा विशेष पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका हेै। समाज मे फैली कुरीतियां दिनोदिन बढ़ते और बदलते अन्याय के रंग रूपों के विरूद्व न्याय शक्ति एन जी ओ के माघ्यम से समाज मे चेतना एंव जागरूकता का अलख जगाने के लिए श्री शर्मा जी तन मन धन से कटिबद्व हैं।
न्याय शक्ति संस्था के अवैतनिक संस्थापक अघ्यक्ष श्री आर.एस.शर्मा जी एक वरिष्ठ नागरिक एवं एक राष्ट्रीयकृत बैंक के सेवानिवृत अघिकारी होने के साथ-साथ एक स्वंतत्र पत्रकार भी हैं। कलम के घनी शर्मा जी वर्तमान में दिल्ली से प्रकाशित होने वाले एक हिंदी/अंग्रेजी भाषा के साप्ताहिक समाचार पत्र के प्रधान सपांदक भी हैं। आल इंडिया एसोसियेशन आफ जनलिस्ट पं. के दिल्ली राज्य के अध्यक्ष भी हैं। जन सेवा-मानव सेवा इनका लक्ष्य बन चुका है। कई घार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओ के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। कुशल पत्रकार,व्यग्ंयकार,कवि वं लौह लेखनी के स्वामी होने के कारण इन्हे अनेक संस्थाओं द्वारा प्रशस्ति पत्रो से द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अंग्रेज़ी भाषा का ज्ञान होते हुए भी हिन्दी भाषा के प्रेमी है। बैंक की नौकरी के दौरान इनके हिंदी प्रेम और हिन्दी मे कार्य करने के लिए बैंक के आडिट विभाग मे हुए एक समारोह मे मुख्य अतिथि श्री सर्वेश्वर झा निदेशक ,गृह मंत्रालय द्वारा विशेष पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका हेै। समाज मे फैली कुरीतियां दिनोदिन बढ़ते और बदलते अन्याय के रंग रूपों के विरूद्व न्याय शक्ति एन जी ओ के माघ्यम से समाज मे चेतना एंव जागरूकता का अलख जगाने के लिए श्री शर्मा जी तन मन धन से कटिबद्व हैं।
न्यायशक्ति संस्था के उपाघ्यक्ष श्री प्रमोद कपूर जी दिल्ली पुलिस से जुड़ी कुछ प्रमुख हस्तियों में से एक रहे हैं। एम.ए. पास श्री कपूर अपने पुलिस कार्यकाल से सेवानिवृत (रिटार्यड) होने के पूर्व वह दिल्ली में कई वर्ष तक एक सम्मानित उप प्रभागीय न्यायाधीश (S.D.M) के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अपनी सेवाकाल के दौरान पुलिस विभाग द्वारा उन्हे उनकी उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के एवज़ मे कई मैडल एंव प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। आज भी निर्घन,असहाय और जरूरत मंद की सेवा सहायता के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। कई सामाजिक संस्थाएं उन्हे अपने साथ जोड़ने के लिए लालायित हैं परन्तु संतोषी और शांत स्वभाव के साथ -साथ व्यस्तता के कारण बिना किसी पद लालसा के सभी के साथ सहयोग करते रहते हैं। रिटायरमेंट के बाद भी अपनी निजी व्यस्तता के बावजूद भी उनकी सामाजिक और घार्मिक कार्यो में गहरी रूचि है।
श्री प्रमोद कपूर का न्यायशक्ति के साथ उपाघ्यक्ष के पद पर जुड़ जाने से संस्था को ऐसे मिलनसार एंव मृदुभाषी सुपात्र से भरपूर सहयोग की अपेक्षाएं हैं।
न्यायशक्ति संस्था के उपाघ्यक्ष श्री प्रमोद कपूर जी दिल्ली पुलिस से जुड़ी कुछ प्रमुख हस्तियों में से एक रहे हैं। एम.ए. पास श्री कपूर अपने पुलिस कार्यकाल से सेवानिवृत (रिटार्यड) होने के पूर्व वह दिल्ली में कई वर्ष तक एक सम्मानित उप प्रभागीय न्यायाधीश (S.D.M) के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अपनी सेवाकाल के दौरान पुलिस विभाग द्वारा उन्हे उनकी उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के एवज़ मे कई मैडल एंव प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। आज भी निर्घन,असहाय और जरूरत मंद की सेवा सहायता के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। कई सामाजिक संस्थाएं उन्हे अपने साथ जोड़ने के लिए लालायित हैं परन्तु संतोषी और शांत स्वभाव के साथ -साथ व्यस्तता के कारण बिना किसी पद लालसा के सभी के साथ सहयोग करते रहते हैं। रिटायरमेंट के बाद भी अपनी निजी व्यस्तता के बावजूद भी उनकी सामाजिक और घार्मिक कार्यो में गहरी रूचि है।
श्री प्रमोद कपूर का न्यायशक्ति के साथ उपाघ्यक्ष के पद पर जुड़ जाने से संस्था को ऐसे मिलनसार एंव मृदुभाषी सुपात्र से भरपूर सहयोग की अपेक्षाएं हैं।
राजधानी दिल्ली के एक संपन्न वैश्य परिवार से जुड़े हुए है। आज के युवा वर्ग के प्रतीक श्री संजय गुप्ता जी फांयनैस मे स्तानक हैं। ऐसे व्यापारिक परिवार से जुड़े हुए हैं जो पिछले कई दशकों से पाली प्रापलीन एंव विभिन्न प्रकार के फैबरिक्स आयटमों के निर्माता,व्यापारी और निर्यातक हैं व्यापारिक गतिविधियों में अति व्यस्त रहने के बावजूद भी कई समाजिक और घार्मिक कार्यो को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देते रहते हैं। पूर्वज़ो द्धारा बनाए गए ऋशिकेश (हरिद्धार) तथा गढ़मुक्तेष्वर मे धर्मषालायों की सुचारू देख रेख मे अपना सहयोग देते रहते हैं। जरूरत मंदो और गरीब लोगों के लिए परिवार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क डिस्पैन्सरी का भी कार्य संभालते हैं। उनका एक ही उदेश्य है व्यापार के मूल मंत्र द्धारा व्यापार का विकास करना और साथ ही समय निकाल कर समाज और धर्म की बिना किसी प्रकार के भेदभाव के साथ निरंतर सेवा करते रहना। ऐसे सुशील,मृदुल और शालीन स्वभाव के पात्र के सहयोग से हमारी संस्था को अनेकों अपेक्षांए हैं।
राजधानी दिल्ली के एक संपन्न वैश्य परिवार से जुड़े हुए है। आज के युवा वर्ग के प्रतीक श्री संजय गुप्ता जी फांयनैस मे स्तानक हैं। ऐसे व्यापारिक परिवार से जुड़े हुए हैं जो पिछले कई दशकों से पाली प्रापलीन एंव विभिन्न प्रकार के फैबरिक्स आयटमों के निर्माता,व्यापारी और निर्यातक हैं व्यापारिक गतिविधियों में अति व्यस्त रहने के बावजूद भी कई समाजिक और घार्मिक कार्यो को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देते रहते हैं। पूर्वज़ो द्धारा बनाए गए ऋशिकेश (हरिद्धार) तथा गढ़मुक्तेष्वर मे धर्मषालायों की सुचारू देख रेख मे अपना सहयोग देते रहते हैं। जरूरत मंदो और गरीब लोगों के लिए परिवार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क डिस्पैन्सरी का भी कार्य संभालते हैं। उनका एक ही उदेश्य है व्यापार के मूल मंत्र द्धारा व्यापार का विकास करना और साथ ही समय निकाल कर समाज और धर्म की बिना किसी प्रकार के भेदभाव के साथ निरंतर सेवा करते रहना। ऐसे सुशील,मृदुल और शालीन स्वभाव के पात्र के सहयोग से हमारी संस्था को अनेकों अपेक्षांए हैं।
युवा वर्ग के प्रतीक श्री राहुल जैंन संस्था के अवैतनिक कोशाघ्यक्ष हैं। अंग्रेजी मे आर्नस हैं। दषकों से चल रहे अपनी पारिवारिक व्यवसायिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने मे जुटे हुए है। व्यापारिक कार्यो और उनके निश्पादन मे अति व्यस्तता के बीच संस्था न्यायषक्ति के सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने,उन्हें दिषा देने में हमेषा ही अग्रसर रहतें हैं। अनेको अन्य घार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को सफली जामा पहनाने में आगे बढ़ कर तन मन धन से रूचि रखते हैं। स्वभाव से मृदु भाशी और निर्मल मन के है भेदभाव और छुआछुत से कोसों दूर ऐसे सुपात्र को न्यायषक्ति को अपने लक्ष्यपूर्ति की अनेको अपेक्षांए हैं।
युवा वर्ग के प्रतीक श्री राहुल जैंन संस्था के अवैतनिक कोशाघ्यक्ष हैं। अंग्रेजी मे आर्नस हैं। दषकों से चल रहे अपनी पारिवारिक व्यवसायिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने मे जुटे हुए है। व्यापारिक कार्यो और उनके निश्पादन मे अति व्यस्तता के बीच संस्था न्यायषक्ति के सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाने,उन्हें दिषा देने में हमेषा ही अग्रसर रहतें हैं। अनेको अन्य घार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को सफली जामा पहनाने में आगे बढ़ कर तन मन धन से रूचि रखते हैं। स्वभाव से मृदु भाशी और निर्मल मन के है भेदभाव और छुआछुत से कोसों दूर ऐसे सुपात्र को न्यायषक्ति को अपने लक्ष्यपूर्ति की अनेको अपेक्षांए हैं।